राधाकृष्ण राजनेता होने के साथ-साथ एक मशहूर दार्शनिक, शिक्षाविद भी थे: डॉ शाहीन कौसर
ओरमांझी:-फ्लोरेंस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स में भारत के पहले उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जयंती के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाया गया जिसमें छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रोग्राम का आयोजन कर अपने सभी शिक्षकों को सम्मानित किया संस्थान के निदेशक डॉ शाहीन कौशर ने कहा की भारत के पहले उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण राजनेता होने के साथ-साथ एक मशहूर दार्शनिक, शिक्षाविद भी थे। वह शिक्षा के बड़े पक्षधर रहे। उन्होंने भारतीय संस्कृति का देश- विदेश में प्रचार-प्रसार किया। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने प्रेजीडेंसी कॉलेज, मद्रास में दर्शनशास्त्र पढ़ाया। वे कलकत्ता विश्वविद्यालय में भी रहे। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पूर्वी देशों के धर्म और दर्शन के स्पाल्डिंग प्रोफेसर के पद को गौरवान्वित किया। इतना ही नहीं, वे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर भी रहे। उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन कहते थे कि छात्रों को कल्पनाशील होने के साथ-साथ स्वस्थ और आत्मविश्वासी भी होना चाहिए। वे कहते थे कि किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है। पुस्तकें वो साधन हैं, जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्य रूप से संस्थान के प्राचार्या श्रीमती विनिशा बांसरियार, डॉ संजीव कुमार कर,डॉ सुधीर कुमार खुंटिया, आशुतोष बेहरा, ज्योति ग्लोरिया ,पवन कुमार, बिनीता खलखो, बिन्हा खलखो, वर्षा कुमारी, रेशमा लकरा,मो० कलाम अंसारी, सादिक अंसारी, हाजी मंसूर अंसारी,जन्नत परवीन, परफुल्लित, मजहर अंसारी, प्रियातोश रंजन, शशि कुमार, आदि उपस्थित थे
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